accessibilty toolbox
color contrast
text size
highlighting more content
zoom in

वर्तमान युग में हम एक समानांतर आभासी दुनिया में रह रहे हैं जहां मोबाइल फोन हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। मोबाइल प्रौद्योगिकी के व्यापक प्रसार और उपयोग ने साइबर अपराधियों को साइबर अपराध और धोखाधड़ी करने के लिए नए और प्रगतिशील तरीकों का सहारा लेने के लिए प्रलोभित किया है।

मोबाइल सिम क्लोनिंग एक साइबर धोखाधड़ी या ऑनलाइन धोखा देने का तरीका है जिसमें धोखेबाज व्यक्ति के फोन नंबर पर नियंत्रण प्राप्‍त कर लेते हैं और उसे कंप्रोमाइज़ करते हैं। धोखेबाजों द्वारा मोबाइल सब्‍सक्राइबर्स को धोखा देने के लिए इसका इस्‍तेमाल किया जाता है।

यह है क्‍या?

सिम क्लोनिंग

मूल रूप से मूल सिम से डुप्लिकेट सिम बनाना है। यह सिम स्वैपिंग की तरह है। हालाँकि, यह तकनीकी रूप से परिष्कृत तकनीक है, जहाँ वास्तविक सिम कार्ड की कॉपी बनाने के लिए सॉफ़्टवेयर का इस्‍तेमाल किया जाता है। यह पीड़ितों की इंटरनेशनल मोबाइल सब्सक्राइबर आइडेंटिटी (IMSI) और एन्क्रिप्शन की तक पहुंच प्राप्त करने के लिए किया जाता है, जिसका इस्‍तेमाल मोबाइल टेलीफोनी पर सब्‍सक्राइबर की पहचान और प्रमाणित करने के लिए किया जाता है। सिम की क्लोनिंग करने से धोखेबाज मोबाइल नंबर का इस्‍तेमाल करके नियंत्रण और ट्रैक करने, मॉनिटर करने, कॉल सुनने, कॉल करने और टेक्स्ट भेजने में सक्षम हो जाएगा।